एक अंजाना सा चेहरा मेरा चैन चुराता है,
हक़ीकत में तो नही, पर ख्वाबों में रोज़ आता है,
पहचानने की कोशिश, बहुत की मैने हर बार उसे,
पर धुंधले अक्स के सिवा, कुछ नज़र नही आता है,
मैने छुना भी चाहा, उसे कई बार आगे बढ़कर,
पर मेरे पास आने से पहले ,ही वो दूर चला जाता है,
ख्वाबों में तो खूब करता है, वो बातें मुझसे,
पर आँखें खुलने पर, गुम हो जाता है,
वो अंजाना सा चेहरा मेरा चैन चुराता है.
7 comments:
Jaldi hi tumhe wo anjani se chehre wali mile.Aur tum mughe ek great party do.
Thank You, Ma'm.
शादी कर लो सब कुछ नज़र आने लगेगा.
वह धुँध जो छाई है आखो पे,
हट जाएगी.
छू औ देख भी सकते हो ,
जब वो धुँधला साया अक्स बन,
गले लग जाएगी,
फ्र कभी अक्स के ख्वाब को,
हक़ीकत मैं ना चाहोगे बदलना,
मेरे दोस्त,
जब अक्स की हक़ीक़त को जानोगे,
तो मनोगे की ख्वाब की ताब़ीर से,
ख्वाब का एहसास अच्छा.
Thank you, Sir..
That was really Great Advise, I 'll see to it.
nice one dude!!
Let me guess.........
tu ismain lunch time ke dauraan Sujata Resturant ka varnan kar raha hai......... aur woh anjaan sa chehra vahaan ke kisi waiter ka hai nahin??? :P
waise...........aapke khayaal kaafhi acche hain!!!!
Sajal Bhai,
Main kyon kisi Waiter ka description doonga,
Tum apna Down town to yaad nahin karne lage.... :)
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